पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने कोरोना महामारी को लेकर भारत पर की टिप्पणी।

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने भारत पर कोरोना के हालात पर टिप्प्णी की। इमरान खान का कहना है, अगर उनकी सरकार सचेत न रहती तो आज पाकिस्तान के हालात भी हिंदुस्तान की तरह होते। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि, कोरोना महामारी के कारण आज जो हिंदुस्तान के हालात हैं, उससे हमने सबक लिया है और अपनी जनता के स्वास्थ्य के लिए मजबूत ढांचा बनाया है। 

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने अपनी जनता को सचेत करते हुए कहा कि, वह मास्क जरूर पहनें और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें। वरना आज जो हालात हिंदुस्तान के बडे़ शहरों में हैं। ऑक्सिजन की किल्लत हो रही है। लोग बाहर सड़कों पर दम तोड़ रहे हैं। ऐसी नौबत आने से हमें अपना बचाव करना है। इसके अलावा कोरोना वायरस की तीसरी लहर से बचने के लिए सभी नागरिकों से फेस मास्क लगाने को अपील भी किया है।

पीएम इमरान ख़ान ने कहा, कोरोना महामारी की पहली और दूसरी लहर से तो अल्लाह के करम से हम सुरक्षित रहें हैं। हमने भारत में सड़कों पर दम तोड़ते लोगों से, भारत की स्थिति देखते हुए हमने सबक सीखा है। पकिस्तान के लाहौर में एक आयोजन रखा गया था, जिसमें इमरान खाने ने आपने भाषण में कहा, अगर सरकार अपनी हिम्मत और क्षमता को दो गुना ज्यादा नहीं बढ़ाती तो आज जो हालत भारत की हैं वही हमारी भी होती। कोरोना वायरस की तीसरी लहर से खुद को बचाने के लिए हमें आने वाले दो तीन हफ्ते बहुत एहतियात बरतने होंगे। हमें कोरोना के मामले को कम करना है। इसके लिए जरूरी है की, फेस मास्क का सही इस्तेमाल किया जाए। 

इमरान खान ने अल्लाह का शुक्रिया करते हुए कहा, अल्लाह ने अब तक हम पर अपना करम बरसाया है, जिसके कारण बाकी देशों के मुकाबले हमारे हालात काफी बेहतर हैं। साथ ही उन्होंने सभी नागरिकों को फेस मास्क पहनने की सलाह देते हुए कहा, कोरोना से बचने के लिए फेस मास्क ही एक कारगर उपाय है। 

कंकरी के लिए बता दें, इससे पहले भी एक बार पाकिस्तान की सरकार भारत पर कोरोना महामारी को लेकर टिप्प्णी कर चुकी है। साथ ही इस बात का अफसोस जाता चुकी है की भारत ने इस महामारी के दौर में पाकिस्तान से मदद कुबूल नहीं की। उनका कहना है कि, भारत ने यूएई, साउदी अरब, भूटान, अमेरिका , यहां तक की लद्दाख में तनाव का समय चल रहा था, उसके बाद भी चीन से मदद ली। पकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा, इस गंभीर महामारी के दौर में हमने भारत को कोरोना की दूसरी लहर से बचाव के लिए मदद का हाथ बढ़ाया था। लेकिन शायद हिंदुस्तान की सरकार अभी पाकिस्तान से मदद लेने के लिए तैयार नहीं है। 

इसके अलावा मेहमूद कुरैशी का कहना है कि, इस संकट के समय में भारत की नाजुक स्तिथि को देखते हुए, भारत का पड़ोसी देश होने के कारण हम चिंतित है। इसीलिए हमने मदद के लिए हाथ आगे बढ़ाया था लेकिन हमें अब तक कोई जवाब नही मिला है।

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