सीबीएसई ने कक्षा 6 से 8 तक के लिए कोडिंग और डाटा साइंस कोर्स एड करने का फैसला लिया है। सीबीएसई ने नए कोडिंग और डाटा साइंस विषय के रूप में जोड़ने के लिए माइक्रोसॉफ्ट से मिलाया हाथ।
कंप्यूटेशनल स्किल, रचनात्मक स्किल और टेक्नोलॉजी की बढ़ती मांग और विद्यार्थियों को इनके लिए विकसित करने के लिए इन विषयों को नए करिकुलम लिस्ट में जोड़ने का निर्णय लिया गया है। 2020 की नई शिक्षा नीति के लिहाज से आने वाली पीढ़ी में तकनीकी कौशल का निर्माण करने के लिए इन विषयों का शिक्षण शुरू किया जाएगा।
बता दें कि, शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि, हमने NEP 2021 के तहत डाटा साइंस और कोडिंग सब्जेक्ट को अध्यापन में जोड़ने का वादा किया था। सीबीएसई ने इन विषयों को एड करने के लिए माइक्रोसॉफ्ट से हाथ मिला कर वादा पूरा किया। इस बात से मैं बहुत खुश हूं।
सीबीएसई के अध्यक्ष मनोज आहूजा का कहना है, हम ऐसे दूर की तरफ बढ़ रहे हैं,जो की प्रौद्योगिकी पर ज्यादा निर्भर कर रहा है। इसीलिए हम चाहते हैं कि हर विद्यार्थी इस डिजिटल दुनिया में आगे बढ़े और सकुशल तरीके से अपना कैरियर बना सके। हमने कोडिंग और डाटा साइंस सब्जेक्ट को माइक्रोसॉफ्ट के साथ मिलकर विकसित किया है। यह विषय छात्रों को तकनीकी कौशल बढ़ाने में मदद करेंगे। मनोज आहूजा ने आगे कहा, यह विषय विद्यार्थियों को आत्मनिर्भर, रचनात्मक, समस्या समाधान, और डिजाइनिंग सोच को बढ़ाने में सहायता करेगें।
इसी को लेकर माइक्रोसॉफ्ट इंडिया ने कहा, डाटा साइंस और कोडिंग जैसे विषय विद्यार्थियों में कौशल पैदा करेगें और यही कौशल भविष्य की मुद्रा के रूप नजर आएगी। इन सब्जेक्ट को विद्यार्थी करिकुलम में शामिल कर हम विद्यार्थी को भविष्य की नई दुनिया के लिए तैयार करेंगे। सीबीएसई के साथ हमारी यह साझेदारी विद्यार्थियों को भावी तकनीकी दौर में मजबूती से शामिल करने में मददगार साबित होगा।