नयी दिल्ली। पूरा देश पिछले दो सालों से कोरोना वायरस से जूझ रहा है और ऐसे में कोरोना वायरस के नए नए वैरिएंट (ओमीक्रॉन) तो कतार में लगे हुए हैं ही। ऐसे में चमगादड़ों में फैलने वाला Neocov भी बन सकता है इंसानों के लिए मुसीबत का कारण।
बता दें कि चीन (China) की वुहान यूनिवर्सिटी (Wuhan University) के वैज्ञानिकों का कहना है की अगर भविष्य में कोरोना वायरस ने अपना रूप बदला तो यह मानव के लिए बेहद खतरनाक साबित हो सकता है। इस बारे में पूर्व संग्रह कोश बायोआरएक्सआईवी (BioRxiv) में हाल ही में प्रकाशित किया गया है। हालांकि अब तक इस बात की पुष्टि नहीं की गयी है, अभी इस स्टडी की समीक्षा किया जान बाकी है।
जानकारी के लिए बता दें, इस अध्ययन से पता लगाया जा सकता है की NeoCov कोरोनावायरस लगभग ‘मिडिल ईस्ट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम’ (MERS) नामक बीमारी से काफी जुड़ा हुआ है। इस बीमारी को पहली बार साल 2012 में सऊदी अरब में देखा गया था।
चाइनीज एकेडमी ऑफ साइंसेज और वुहान यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने शोध के दौरान यह पता लगाया कि NeoCov दक्षिण अफ्रीका में चमगादड़ों के समूह में पाया गया है और यह इस प्रकार के जंतुओं में खास तौर से फैलता है।
अनुसंधानकर्ताओं की मानें तो NeoCov मानव को संक्रमित नहीं करता है, लेकिन अगर वायरस में अधिक बदलाव पाया गया तो यह नुकसानदेह साबित हो सकता है।