चीन में कोरोना के बाद अब एक नए वायरस का कहर।

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जैसा कि हम सभी जानते हैं कि पूरी दुनियां चीन से फैली कोरोना महामारी से अभी जूझ ही रही है और कोरोना को काबू करने की जद्दो जहद में लगी हुई है, ऐसे में चीन में एक नया वायरस का उत्पन्न होने की खबरें आने लगी है। टिक-जनित नामक यह वायरस एक कीड़े के काटने से फैलता है। यह जानलेवा वायरस लगभग फैलना शुरू हो चुका है और चीन में अबतक 7 लोगों की मौत इस कीड़े के काटने से हो चुकी है और अंदाज़ा जताया जा रहा है कि लगभग 50 से ज़्यादा लोग इस नए वायरस से संक्रमित हो चुके हैं।

स्थानीय मीडिया के द्वारा ये बताया गया है कि इस कीड़े के काटने से जो वायरस फैल रहा है उस से पूर्वी चीन के लोग संक्रमित पाए गए हैं और इस वायरस के कारण तेज़ बुखार के साथ हीं थ्रोंबोसाईटोपेनिया सिंड्रोम (SFTS) नामक बीमारी के कारण से चीन के स्वास्थ अधिकारियों को परेशानियों में डाल दिया है।

वायरस विशेषज्ञों का कहना है यह बीमारी टीक नामक कीड़े की वजह से फैल रही है और इस बात को नजरंदाज नहीं किया जा सकता कि यह वायरस मनुष्य से मनुष्य में संक्रमण करेगा। हांलांकि ऐसा पहली बार नहीं हुआ है, परन्तु चिंताजनक बात यह है कि इस कोरोना काल में फिर से नई बीमारियों का उत्पन्न होना खतरे को बढ़ा सकता है।

टीक कीड़े से फैलने वाले वायरस की पहचान सबसे पहले 2009 में हुबेई और हेनांत प्रांत के ग्रामीण इलाकों में हुई थी। पहले भी इन इलाकों में इस वायरस के लक्षण देखने को मिल चुके हैं। यह वायरस एक इंसान से दूसरे इंसान में संक्रमण पैदा करता है। इस वायरस से थ्रोंबोसाईटोपेनिया सिंड्रोम (SFTS) होने के साथ ही तेज़ बुखार होता है।

एक शोध करके वायरस संक्रमित लोगों की सूची बना कर उनके खून की जांच करके इसका पता लगाया गया था। रिपोर्ट के अनुसार यह बताया गया है कि इस वायरस से लगभग 30% मरीजों की मौत होने की संभावना जताई गई है।

वायरोलॉजिस्ट की माने तो यह एक एशियाई टीक जिसे हेमाफिसलिस लोंगिकॉर्निस कहा जाता है इस वायरस का वाहक कहा गया है। शोधकर्ताओं की माने तो इसके फैलने की ज़्यादा संभावना मार्च से नवंबर होती है, और अप्रैल से जुलाई के बीच इस वायरस का सबसे ज़्यादा संक्रमण का खतरा बाढ़ जाता है।