महाराष्ट्र में एक बार फिर कोरोना का संकट बढ़ता नजर आ रहा है, नए मरीजों की संख्या कई हजारों के पार।

the-corona-crisis-seems-to-be-increasing-once-again-in-maharashtra

कोरोना महामारी ने जहां पिछले एक साल से लोगों की ज़िंदगी को अस्त व्यस्त कर दिया है। इसी बीच कुछ राहत भी देखने को मिली थी। कोरोना संक्रमण के केस कम होते आएं। 

महाराष्ट्र में इसका सबसे ज़्यादा असर देखने को मिला है। बीते 24 घंटों में कोरोना के नए मामले 8,500 के पार पहुंच गए है। गौरतलब है कि 18 अक्टूबर के बाद से कोरोना के मामले में इतना बड़ा इज़ाफ़ा देखने को मिला है। जो कि बहुत ही ज़्यादा चिंता का विषय है। इसके अलावा पिछले 24 घंटों में अब तक 80 मरीजों की मौत हो चुकी है। इससे पहले दिसंबर में लगभग 90 की संखया में मरीजों की मौत हुई थी। यह मामला सिर्फ महाराष्ट्र में नहीं बल्कि भारत के कई और राज्यों में बढ़ते कोरोना के मामले सामने आएं हैं।

राजधानी दिल्ली में भी संक्रमण का खतरा बढ़ता जा रहा है। बीते बुधवार को कोरोना के तकरीबन 200 नए मामले सामने आएं हैं। जिसके बाद से ही लगातार चिंता का विषय बढ़ता ही जा रहा है। सावधानी के तौर पर अन्य राज्य से आने वाले लोगों के लिए कोरोना की जांच रिपोर्ट अनिवार्य कर दि गयी है। 

हालांकि महाराष्ट्र में खतरा ज़्यादा बढ़ा है। आंकड़ों को देखा जाए तो बीते लगभग 115 दिन बाद कोरोना के मामले हजारों के पार पहुंचे हैं। जिसके बाद महाराष्ट्र में डर का माहौल बन बन गया है। महाराष्ट्र के धारावी में भी तकरीबन एक महिने के बाद कई नए मामले सामने आए हैं। इन बढ़ते आंकड़ों के बाद से महाराष्ट्र में सख्ती बढ़ा दी गई है। मुंबई एयरपोर्ट में सख्ती बढ़ा दी गई है। इसके अलावा रेलवे स्टेशनों पर भी सख्ती दिखाई जा रही है। इसी के साथ अन्य राज्यों से आए यात्रियो को कोरोना जांच करवाना अनिवार्य होगा।

पिछले 24 घंटे में महाराष्ट्र में 8,800 के करीब नए कोरोना मामले आएं हैं। जिनमे से 2200 के करीब मरीजों को डिस्चार्ज कर दिया गया है जबकि 80 लोगों की मौत हो चुकी है। बुधवार को अमरावती इलाके में 800 से ज़्यादा कोरोना मामले सामने आएं हैं। मंगलवार को यहां 925 के पास कोरोना के नए मामले सामने आए थे। गम्भीर हालातों को देखते हुऐ लॉकडाउन भी लगा दिया गया है। बताया जा रहा है कि, थोड़ी भी लापरवाही घातक हो सकती है। बुधवार को पुणे में कोरोना मामले 700 के पार पहुंच गया। बढ़ते संक्रमण को देखते हुए जिला अधिकारियों ने टेस्टिंग की संखया बढ़ाने का निर्देश दिया है। राज्य में पिछले 3 हफ़्तों से 60 हज़ार तक टेस्टिंग की जा रही है। 

वहीं राजधानी दिल्ली में भी बढ़ते खतरे को रोकने के लिए सख्ती और सावधानी बढ़ती जा रही है। बुधवार को नए 200 मामले देखने के बाद सख्ती बढ़ा दी गई है। कोरोना मामले में संक्रमित दर 0.36% दर्ज किया गया है। दिल्ली में इलाज चल रहे मरीजों की संख्या 1000 के पार पहुंच चुकी है। बढ़ते खतरे को देखते सरकार ने निर्देश दिए हैं कि, केरल, छत्तीसगढ, महाराष्ट्र, पंजाब और मध्य प्रदेश से आने वाले यात्रियों के लिए कोरोना जांच (RT-PCR) अनिवार्य है। यह आदेश 26 फरवरी की आधी रात से मार्च 15, दोपहर के 12 तक के लिए लागू किया गया है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here