असम के कोकराझार जिले में दो नाबालिग आदिवासी लड़कियों के बलात्कार और हत्या के जुर्म में शामिल होने के आरोप में पुलिस ने सात लोगों को गिरफ्तार किया है।
आरोपियों की पहचान 19 से 27 वर्ष की आयु के मुजम्मिल शेख, नजीबुल शेख, फारूक रहमान, हनीफ शेख, जहांनूर इस्लाम, मोहम्मद अताब अली और शंकरदे बर्मन के रूप में की गयी है।
असम जिले के पुलिस अधीक्षक (एसपी) थुबे प्रतीक कुमार द्वारा बताया गया कि, गिरफ्तार हुए सात लोगों ने दो आदिवासी लड़कियों के साथ बलात्कार किया और हत्या करने की बात कबूल ली है। .
असम के कोकराझार थाना क्षेत्र में दो नाबालिग लड़कियां जिनकी उम्र 14 और 16 साल वर्ष थी, 11 जून को उनका शव गांव में एक पेड़ से लटका हुआ मिला। पुलिस अधिकारीयों ने मौके पर पहुँच कर जांच पड़ताल शुरू की। जिसके बाद पाया गया कि उन दो नाबालिगों के साथ बलात्कार किया गया और उन्हें मार दिया गया।
इस जघन्य अपराध के लिए “मुजम्मिल शेख, नजीबुल शेख और फारूक रहमान मुख्य आरोपी पाए गए हैं और उन्होंने अपना अपराध भी कबूल कर लिया है। इसके अलावा इस घटना को अंजाम देने में चार अन्य व्यक्ति भी शामिल थे।
असम के डीजीपी भास्कर ज्योति महंत ने मंगलवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि किशोर लड़कियों को मारने से पहले उनके साथ दुष्कर्म किया गया था। इसी के साथ विशेष डीजीपी डॉ एलआर बिश्नोई ने घटना को लेकर सूचना दी कि, “दो किशोरियों के सामूहिक बलात्कार और हत्या में सीधे तौर पर तीन आरोपी शामिल थे, जबकि चार अन्य आरोपियों ने सबूतों को नष्ट करने की कोशिश की थी। साथ ही पुलिस को भी गुमराह करने की कोशिश की गयी थी।”
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने अपराधियों को पकड़ने में तेजी दिखाने के लिए पुलिस अधिकारियों को बधाई दी।
इस जघन्य अपराध को अंजाम देने में शामिल तीन आरोपियों “मुजम्मिल शेख, नजीबुल शेख और फारूक रहमान को कोकराझार जिले में पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया है। दो आदिवासी नाबालिग लड़कियों के साथ पहले दुष्कर्म किया गया। उसके बाद उनका गला घोंटकर हत्या कर दी गई थी। फिर उनके शवों को एक पेड़ पर लटका दिया गया था।
बता दें कि, बीते रविवार असम के मुख्यमंत्री ने असम के कोकराझार जिले का दौरा किया था और पीड़ित परिवार से मुलाकात भी की थी। मुख्यमंत्री द्वारा आदेश दिए जाने पर घटना की छानबीन के लिए विशेष जांच दल का गठन किया गया है।