आगामी कुछ महीनो में बिहार विधानसभा चुमाव होने जा रहा है और सत्तारूढ़ पार्टी एनडीऐ के घटक दल बीजेपी दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के रहस्मयी मौत को भुनाने में लगी हुई है।
पिछले ढाई महीने से अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की रहस्यमय मौत दो प्रदेशों की सरकार के लिए गले की हड्डी बन चुकी है। बिहार सरकार इस मामले में निष्पक्ष जांच कराने के पक्ष में पहले से रही हैं। जबकि महाराष्ट्र सरकार की इस प्रकरण पर सुस्ती सामने आती रही है।
सुशांत सिंह राजपूत सुसाइड केस पर बिहार सरकार जांच के लिए इतनी उतावली थी कि उसने अपने प्रदेश के एक आईपीएस अधिकारी को जांच करने मुंबई में भेज दिया था। जहां बीएमसी ने उन्हें जबरन क्वारंटाइन कर दिया था। तब उस मुद्दे को लेकर बिहार सरकार और महाराष्ट्र सरकार में ठन गई थी । यहां तक कि बिहार के डीजीपी को भी इस मुद्दे पर आक्रमक रूप में आना पड़ा था । तब से यही कयास लगने शुरू हो गए थे कि सुशांत सिंह राजपूत सुसाइड केस पर राजनीतिक गहमा-गहमी शुरू हो गई है।
हालांकि इसे भारतीय जनता पार्टी द्वारा सुशांत सिंह राजपूत मामले में न्याय की मांग करते हुए एक अभियान की शुरुआत बताया था। लेकिन राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा जोरों पर है कि मास्क और स्टीकर पर सुशांत सिंह राजपूत की फोटो लगाकर भाजपा बिहार चुनाव में इस प्रकरण पर अपनी राजनीतिक रोटियां सेकने की जुगत में है।
बताया जा रहा है कि बिहार भाजपा कला संस्कृति मंच के सौजन्य से पूरे बिहार में 30000 मास्क और स्टीकर सुशांत सिंह राजपूत की तस्वीर लगे हुए बटवाए जा रहे हैं । बिहार भाजपा कला व संस्कृति प्रकोष्ठ ने इसी के साथ ही एक पोस्टर भी जारी किया है। जिसमें दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मुस्कुराती हुई तस्वीर छपी हुई है। इसमें लिखा गया है कि ना भूले हैं ! न भूलने देंगे !! इसी के साथ पोस्टर के ऊपर लिखा गया है #JusticeForSushant