सोनू सूद द्वारा प्रवासी मजदूरों को घर भेजने को लेकर शुरू हुई सियासत।
मुंबई: कोरोना वायरस के फैलाव को रोकने के लिए देश व्यापी लॉकडाउन लगाया गया था, जिसकी वजह से काफी प्रवासी मजदुर अपने घरो से दूर शहरों में फ़स गए थे और कमाई का जरिया न होने की और जीवन जीने के लिए आवश्यक मूलभूत साधनों के आभाव के चलते वह सभी अपने अपने घर जाना चाहते थे। कुछ मजदूर तो पैदल ही अपने घर की और निकल पड़े। पैदल जा रहे मजदूरों के साथ आये दिन दुर्घटनाओं की सुचना मिल रही थी।
इस बीच सोनू सूद ने प्रवासी मजदूरों को घर भेजने का बीड़ा उठाया और उन्होंने काफी मजदूरों को अपने घर पहुँचने में सहयता की। उन्होंने प्रवासी मजदूरों को घर पहुंचाने के लिए बसों का इंतज़ाम भी किया और साथ ही उनके खाने पिने का भी इंतज़ाम किया। लोग उनको फ़ोन कर, ट्वीट कर और मेसेजेस करके भी मदद की गुहार लगाने लगे। उनके इस कदम को काफी सराहा भी जा रहा था।
सोनू सूद द्वारा किये जा रहे कार्यो पर आज संजय राउत शिवसेना के मुखपत्र “सामना” सवाल उठाये कहा कि सोनू सूद एक अच्छा अभिनेता है और वो पर्दे पर अच्छा किरदार निभाते है और सड़क पर उतर कर भी उन्होंने अच्छा किरदार अदा किया। उन्होंने साथ में यह भी कहा की जैसे फ़िल्मी पर्दे पर एक निर्देशक होता है वैसे ही इनके पीछे कोई राजनितिक निर्देशक भी हो सकता है। वह यहाँ नहीं रुके और कहा कि काम तो बहुत सारे कोरोना वॉरियर्स और गैर लाभकारी संगठनों द्वारा भी किया जा रहा है लेकिन ध्यान केवल एक ही इंसान पर डालने की कोशिशें की गयी। संजय राउत ने कहा की इसका मतलब महाराष्ट सरकार कुछ नहीं कर पा रही है और एक इंसान सड़क पर उतर कर सभी अच्छे काम किये जा रहा है।
महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख सोनू सूद सराहना करते हुए कहा कि सोनू सूद ने बहुत सारे प्रवासी कामगारों को उनके घरों में भेजकर अच्छा काम किया है। जो कोई भी इस तरह की अच्छी पहल करेगा, हम उसकी सराहना करेंगे। वह सोनू सूद हो या कोई और। संजय राउत के ब्यान के बारे में उन्होंने कहा कि मैंने नहीं सुना कि संजय राउत साहब ने क्या कहा।
इन सब गहमा गहमी के बीच आज शाम अभिनेता सोनू सूद महाराष्ट्र मुख़्यमंत्री उद्धव ठाकरे से मिलने उनके घर मातोश्री गए और मिलने के बाद वापिस जाते हुए उन्होंने कहा कि हमे उन सभी लोगों की मदद करनी होगी जो कष्ट झेल रहे है और जिनको हमारी जरुरत है। जब तक आख़िरी प्रवासी मजदूर अपने घर तक नहीं पहुँच जाता मैं तब तक इस काम में लगा रहूंगा। उन्होंने यह भी कहा कि कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक सभी दलों ने सहायता की है और में उन सभी को धन्यवाद करना चाहता हूँ।