अमेरिका के विदेश मंत्रालय की ओर से चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के अधिकारियों पर लगाया गया वीजा प्रतिबंध।

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अमेरिका के विदेश मंत्रालय की ओर से चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के अधिकारियों पर वीजा प्रतिबंध लगाया गया है। माना जा रहा है कि दोनों देशों के बीच वाशिंगटन के इस कदम से तनाव और बढ़ सकता है। एक वरिष्ठ अधिकारी द्वारा जानकारी दी गई कि विदेश मंत्रालय के अधिकारियों की ओर से हांगकांग में नागरिकों के स्वतंत्रता के अधिकारों का उल्लंघन करने का आरोप लगाया गया है। उनकी ओर से कहा गया कि यह बीजिंग पर हांगकांग में लगाए गए नए प्रतिबंधों को खत्म करने के लिए बनाए जा रहे दबाव की दिशा में एक कदम है।

शुक्रवार को अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने एक बयान जारी कर कहा कि उन्होंने चीनी कम्युनिस्ट पार्टी (सीसीपी) के वर्तमान और पूर्व अधिकारियों पर अमेरिका की यात्रा करने पर रोक लगा दी है। इनपर हांगकांग की स्वायत्तता के उल्लंघन का आरोप है। अधिकारियों के नाम का उल्लेख नहीं किया गया हालाँकि पोम्पियो ने कहा कि यह निर्णय उन परिवार को भी प्रभावित करेगा।

वहीं, कहा जा रहा है कि अमेरिका द्वारा उठाए इस कदम का चीन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ने वाला है। दरअसल, कोरोना वायरस के चलते अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर रोक लगी हुई है। जिसके कारण अमेरिका द्वारा चीन से यात्रा पर पहले से ही सख्त नियम लागू कर रखे हैं। ऐसे में चीनी अधिकारियों का अमेरिका की यात्रा करने की संभावना बहुत कम है।

विदेश मंत्रालय के एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि अमेरिका का यह कदम चीन को सबक सिखाने के रूप में उठाए गए कदमों में से एक है। उन्होंने आगे बताया कि बीजिंग द्वारा हांगकांग की स्वायत्तता में दखल देने के लिए उसे दंडित करने की वाशिंगटन द्वारा योजना बनाई गई है। इससे पहले, चीन की मनमानी पर रोक लगाने के लिए अमेरिका द्वारा अपनी सेना को यूरोप से हटाना आरम्भ कर दिया गया है।