- वकालत, न्याय और राज-काज से संबंधित कार्यों में बेहतर करने के लिए भी गोमेद पहनना चाहिए।
- किसी व्यक्ति की राशि या लग्न मिथुन, तुला, कुंभ या वृष हो तो ऐसे लोगों को गोमेद अवश्य पहनना चाहिए।
- यदि राहू कुंडली में केंद्र में विराजमान हो अर्थात 1, 4, 7, 10 वें भाव में हो तो गोमेद अवश्य धारण करना चाहिए।
- अगर दूसरे, तीसरे, नौवे या ग्यारवें भाव में राहू हो तो भी गोमेद धारण करना बहुत लाभदायक होगा।
- राहू अगर अपनी राशि से छठे या आठवें भाव में स्थित हो तो गोमेद पहनना हितकर होता है।
- यदि राहू शुभ भावों का स्वामी हो और स्वयं छठें या आठवें भाव में स्थित हो तो गोमेद धारण करना लाभदायक होता है।
- राहू अगर अपनी नीच राशि अर्थात धनु में हो तो गोमेद पहनना चाहिए।
- राहू मकर राशि का स्वामी है। अत: मकर राशि वाले लोगों के लिए भी गोमेद धारण करना लाभ फलों को बढ़ाता है।
- राहू अगर शुभ भाव का स्वामी है और सूर्य के साथ युति बनाए या दुष्ट हो अथवा सिंह राशि में स्थित हो तो गोमेद धारण करना चाहिए।
- राहू राजनीति का मारकेश है अत: जो लोग राजनीति में सक्रिय हैं या सक्रिय होना चाहते हैं उनके लिए गोमेद धारण करना बहुत आवश्यक है।
- शुक्र, बुध के साथ अगर राहु की युति हो रही हो तो गोमेद पहनना चाहिए।