गुजरात में एक 40 वर्षीय महिला को कथित तौर पर अपने 11 वर्षीय पड़ोसी लड़की को उबलते तेल के एक पैन में अपना हाथ डुबाने के लिए मजबूर किया गया, ताकि महिला को यह साबित हो सके की वह झूठ नहीं बोल रही है। हालांकि इस घटना के बाद आरोपी महिला को गिरफ्तार किया गया।
समाचार एजेंसी पीटीआई ने बताया कि, बुधवार को पाटन के संतालपुर शहर में हुई इस निंदनीय घटना के लिए आरोपी महिला लखी मकवाना को गिरफ्तार कर लिया गया है।
सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो में दिखाया गया है कि किस तरह पीड़िता अपनी आपबीती रोते-रोते सुना रही है, पीड़ित लड़की का दाहिना हाथ बुरी तरह जला हुआ है। घटना के बाद कथित तौर पर वीडियो को लड़की के पड़ोसी ने शूट किया था।
इस घटनाक्रम के बाद हुई जांच के अनुसार संथालपुर पुलिस थाने के सब-इंस्पेक्टर एन डी परमार ने कहा कि घटना की जांच में पता चला है कि गिरफ्तार महिला और पीड़िता का परिवार पड़ोसी हैं। पुलिस ने बताया कि लगभग दस दिन पहले नाबालिग लड़की ने आरोपी को अपने घर के बाहर एक अज्ञात व्यक्ति से बात करते देखा था।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि, “बुधवार की सुबह, जब नाबालिग लड़की के माता-पिता घर पर नहीं थे, तो आरोपी ने लड़की से पूछा कि क्या उसने उस आदमी के साथ हुई बातचीत के बारे में दूसरों को बताया था। लड़की के इनकार करने के बावजूद आरोपी उसे अपने घर के अंदर ले गया और उसे खौलते तेल में हाथ डालने को कहा। यह बात साबित करने के लिए कि वह झूठ नहीं बोल रही थी।
पुलिस अधिकारी ने कहा कि जब लड़की ने भागने की कोशिश की, तो आरोपी ने कथित तौर पर उसे जान से मारने की धमकी दी और जबरदस्ती उसकी दाहिनी हथेली उबलते तेल वाले पैन में डाल दी।
पुलिस ने कहा, “एक अन्य पड़ोसी ने लड़की को अस्पताल पहुंचाया क्योंकि उसके माता-पिता घर पर नहीं थे। बाद में उसे इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई। घटना के बाद आरोपी महिला भागने की कोशिश करते हुए पकड़ी गयी। पुलिस द्वारा आरोपी महिला को गिरफ्तार कर लिया गया।”
लड़की के पिता को खबर होते ही आरोपी महिला के खिलाफ मामला दर्ज़ किया और महिला की गिरफतारी हुई। संतालपुर थाने के सब-इंस्पेक्टर एन डी परमार ने बताया कि उसके खिलाफ मारपीट और आपराधिक धमकी के आरोप में मामला दर्ज किया गया है।
इस बीच, गुजरात राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष जागृति बेन पंड्या ने जिला कलेक्टर से घटना की जांच करने और एक रिपोर्ट सौंपने को कहा है।
“मुझे सूचित किया गया है कि पाटन पुलिस ने इस संबंध में पहले ही मामला दर्ज कर लिया है। मैंने अपने जिला बाल संरक्षण अधिकारी को पीड़िता के घर का दौरा करने और उसके इलाज की जांच करने का निर्देश दिया है। मैंने कलेक्टर से एक रिपोर्ट जमा करने के लिए भी कहा है। अपनी तरफ से जांच करने के बाद, “पंड्या को पीटीआई ने कहा था।