मॉल के रेस्टोरेंट में महिला को साड़ी पहन कर एंट्री से रोका गया, वीडियो हुआ वायरल।

साड़ी महिलाओं के लिए हमारे यहाँ राष्ट्रीय पोशाक के रूप में जाना जा सकता है।

लेकिन शायद अब कुछ ऐसे भी लोग हैं जिनके लिए दक्षिण पोशाक आने के बाद से  साड़ी स्मार्ट ड्रेस नहीं रह गई। शादी, फंक्शन, तीज-त्यौहार हर एक फेस्टिव दिन के लिए साड़ी उपयोग में लाया जाता है। बावज़ूद इसके दक्षिण दिल्ली के एक मॉल रेस्तरां में एक महिला को साड़ी पहनने के कारण एंट्री से रोक दिया गया।

इस हाल की एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गई है, जिसमें एक महिला को अंसल प्लाजा के रेस्ट्रो-बार में प्रवेश करने से मना कर दिया गया, यह कहते हुए कि उसकी साड़ी “स्मार्ट कैजुअल” ड्रेस कोड के के अंतर्गत शामिल नहीं होती है।

इस घटना से नाराज होकर पत्रकार अनीता चौधरी ने फेसबुक पर अपने अनुभव का वीडियो अपलोड किया और कैप्शन में लिखा, “इस वीडियो को जरा गौर से सुनें क्योंकि दिल्ली में एक रेस्तरां ऐसा है जहां साड़ी को ‘स्मार्ट पोशाक’ नहीं  समझा जाता  है।”

कैप्शन में आगे लिखा है, ‘उसके बाद साड़ी के खिलाफ कई बहाने दिए गए लेकिन मुझे रेस्टोरेंट में बैठने नहीं दिया गया क्योंकि हमारे भारत, हिंदुस्तान, इंडिया में भारतीय परिधान साड़ी स्मार्ट आउटफिट नहीं है। अपनी बात आगे बढ़ाते हुए पत्रकार ने लिखा, “कल मेरी साड़ी की वजह से जो भी अपमान हुआ है, वह मेरे जीवन में हुए  अब तक हुए किसी भी अपमान से बहुत बड़ा और दिल को दहला देने वाला था।

अनीता चौधरी ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा, मैं शादीशुदा हूं। मेरी शादी साड़ी में हुई थी। मेरी दो बेटियां और मेरा परिवार है और जब मैं साड़ी पहनती हूं तो मुझे बहुत अच्छा लगता है। मैं एक साड़ी पसंद करने वाली व्यक्ति हूं। मुझे भारतीय परिधान पसंद हैं, मुझे भारतीय संस्कृति से प्यार है। मेरा मानना है कि साड़ी सबसे खूबसूरत, फैशनेबल और सुंदर पोशाक है।”

उन्होंने कहा कि देश के कुछ हिस्से ऐसे भी हैं जहाँ साड़ी को “स्मार्ट-वियर” नहीं मानते हैं। मैं प्रधानमंत्री, गृह मंत्री, दिल्ली के मुख्यमंत्री, दिल्ली पुलिस और राष्ट्रीय महिला आयोग से पूछना चाहती हूं कि मुझे ‘स्मार्ट आउटफिट’ की ठोस परिभाषा बताएं ताकि मैं साड़ी पहनना बंद कर सकूं।”

इसके अलावा जब हमने उन तक पहुंचने की कोशिश की तो अंसल प्लाजा प्राधिकरण की सभी लाइनों को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया गया था।

हालांकि यह पहली बार नहीं था जब इस तरह की घटना सामने आयी हो। इससे पहले भी मार्च 2020 में भी इसी तरह की एक घटना हुई थी, जिसमें एक महिला को वसंत कुंज मॉल के रेस्टो-बार में प्रवेश से वंचित कर दिया गया था क्योंकि उसने साड़ी पहनी थी। इसके बाद में, एनसीडब्ल्यू प्रमुख रेखा शर्मा ने चीजों को अपने हाथों में ले लिया और इस गैर-जरूरी और अनावश्यक घटना के खिलाफ खड़ी हो गईं।

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