अभिनेत्री कंगना रनौत पिछले कुछ हफ्तों से अपनी बेबाक बयानों के चलते सुर्खियों में बनी हुई है और अब यह टकरार शिवसेना के सांसद संजय राउत से चल रही है।
केंद्र सरकार को लगता है कि अभिनेत्री कंगना रनौत पर जानलेवा हमला हो सकता है। उनकी जान को असुरक्षा है। इसके मद्देनजर केंद्र सरकार के गृह मंत्रालय ने कंगना रनौत को Y श्रेणी की सुरक्षा दे दी है।
इससे चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है । कहा जा रहा है कि शिवसेना से जुबानी जंग लड़ रही कंगना रनौत को केंद्र सरकार का समर्थन मिल गया है। इसी के साथ ही कयास यह भी लगाए जाने लगे हैं कि भाजपा ने अब शिवसेना के खिलाफ कंगना रनौत को अब वाई श्रेंणी की सुरक्षा देकर मजबूती दे दी है।
पिछले करीब 2 महीने से अभिनेत्री कंगना रनौत सुशांत सिंह राजपूत सुसाइड केस में बेबाकी से बयान दे रही है। कंगना रनौत के बयान से महाराष्ट्र सरकार असहज हो चुकी है । महाराष्ट्र सरकार कंगना के बेबाकियों से परेशान होकर जुबानी जंग पर उतर आई है । जिससे कंगना रनौत और महाराष्ट्र सरकार आमने-सामने आ गई है। फिलहाल शिवसेना के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत तथा कंगना रनौत की आपसी तकरार चर्चाओं में है । फिलहाल, 9 सितंबर को कंगना का हिमाचल से मुम्बई आने को लेकर दोनों ने जो विवादास्पद बयान दिए गए हैं उससे मामला गरमा गया है।
मामले की शुरुआत उस समय हुई जब अभिनेत्री कंगना रनौत ने महाराष्ट्र के मुंबई को पाक अधिकृत कश्मीर की संज्ञा दे डाली। कंगना ने ऐसा मुंबई पुलिस की लापरवाही को लेकर कहा । उन्होंने कहा कि मुंबई के हालातों को देखकर ऐसा लग रहा है कि जैसे यह पीओके का हिस्सा हो । इससे सत्तारूढ़ पार्टी शिवसेना का नाराज होना स्वाभाविक था। इसके मद्देनजर शिवसेना के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत ने कंगना रानौत को दो टूक कह दिया कि इससे बेहतर है कि वह मुंबई में ही ना आए । यही नहीं बल्कि आपसी जुबानी जंग में संजय राउत कंगना रनौत को हरामखोर लडकी तक कह गए।