चक्रवाती तूफान तौकते (Tauktae) के कारण कई राज्यों में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। चक्रवाती तूफान तौकते अरब सागर से उठा है। इस चक्रवाती तूफान के कारण कर्नाटक के तकरीबन 73 गांव प्रभावित हुए है। इस साइक्लोन के बीच ही तेज़ बारिश के कारण 4 लोगों की मौत की भी खबर आई है। अब यह चक्रवाती तूफान तौकते गोवा के तटीय क्षेत्र तक पहुंच चुका है।
चक्रवाती तूफान के गोवा पहुंचने के कारण भारी नुकसान की खबर मिली है। कई जगह सड़कों पर पेड़ गिर गए हैं। किनारे खड़ी गाड़ियों पर भारी पेड़ गिरने से भी काफी नुकसान हुआ है। साथ ही तेज़ हवाओं और मूसलाधार बारिश ने भी तटों को घेर लिया है। पणजी में भी इस चक्रवाती तूफान का काफी प्रभाव देखने को मिला है।
इसके अलावा ऐसी आशंका जताई जा रही है की यह चक्रवाती तूफान मुंबई तक पहुंच सकता है। जिससे की भारी नुकसान पहुंचने की भी आशंका है। इस सूचना को मद्देनजर रखते हुए, मुंबई के सारे कोरोना संक्रमित मरीजों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचा दिया गया है। साथ ही राज्य में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। इतना ही नहीं, चक्रवाती तूफान से बचाव को लेकर गुजरात में भी हो अलर्ट जारी किया है। चक्रवाती तूफान तौकते के प्रभाव से बचा जा सके इसके लिए सूरत के तकरीबन 40 गावों के साथ–साथ ओलपाड तहसील के 27 गांवों में भी अलर्ट जारी कर दिया गया है।
साइक्लोन के कारण जारी किए गए अलर्ट को ध्यान में रखते हुए सूरत हजीरा से भावनगर की ओर चलने वाली रो–रो फेरी को 18 मई तक बंद कर दिया गया। साथ ही सौराष्ट्र, पोरबंदर के 30 गावों में भी अलर्ट जारी किया है।
मौसम विभाग द्वारा जानकारी दी गई है कि, चक्रवाती तूफान तौकते पोरबंदर, वेरावल से होकर मांगरोल के तट तक पहुंचेगा। बता दें कि इस तूफान का असर गुजरात, महाराष्ट्र के साथ–साथ केरल के तटों पर अगले तीन दिनों तक देखने को मिल सकता है। तूफान के आसार आने वाले तीन दिनों तक बने रहेगें। ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है की इस चक्रवाती तूफान के कारण हवाएं लगभग 160 किलोमीटर प्रती घंटे की रफ्तार से चलेंगी।
चक्रवाती तूफान तौकते को ध्यान में रखते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने बैठक बुलाई है। इस बैठक में इन राज्यों, गुजरात, महाराष्ट्र, दादर नगर हवेली, दमन–दीव के अधिकारीयों को मौजुद होने को कहा गया है।
चक्रवाती तूफ़ान का खतरा देखते हुए शनिवार को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाई लेवल की मीटिंग बैठाई और तैयारियों को मुआयना भी किया है। प्रधान मंत्री ने बचाव और राहत के लिए ज़रुरी इंतजाम करने के निर्देश दिए हैं।