हरियाणा के जिले करनाल में किसानों की महापंचायत बुलाई गई थी। जहां पुलिस और किसानों के बीच की स्तिथि काफी गंभीर हो गई। जिसके बाद राज्य के सीएम मनोहरलाल खट्टर ने गांव का दौरा रद्द कर दिया।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने इस बैठक का आयोजन किसनों को संबोधित करने के लिए किया था। हालांकि किसान मुख्यमंत्री खट्टर के विरोध में इक्कठा हुए थे। जिसके उपरांत मौजूदा पुलिस द्वारा किसानों को शांत करने की कोशिश भी की गई। लेकिन किसान नहीं माने। जिसके कारण किसानों और पुलिस के बीच झड़प हो गई। स्तिथि पर काबू पाने की लगातार कोशिश में किसानों पर आंसू गैस के गोले भी दागे गए। जिसके बाद हालात काफी गंभीर हो गई।
पुलिस द्वारा किसानों को रोके जाने पर स्तिथि काफी तनावपूर्ण बनी हुई है। फिलहाल किसान खेत और खलियानों की तरफ मुड़ गए हैं। पूरे इलाके में पुलिस की तैनाती जारी है। गंभीर स्तिथि को देखते हुए कांग्रेस प्रवक्ता ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर पर निशाना साधा। प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने ट्वीट करके कहा, “मनोहर लाल जी, करनाल के कैमला गांव में किसान महापंचायत आयोजित करने का ढोंग बंद कीजिए।” इसके अलावा उन्होंने लिखा, अन्नदाताओं की भावनाओं और संवेदनाओं के साथ खिलवाड़ करना भी बंद कीजिए। अगर आपको संवाद ही करना है तो पिछले लगभग 45 दिनों से प्रदर्शन पर बैठे किसानों से वार्तालाप कीजिए।”
इतना ही नहीं पिछले साल नवंबर महीने में भी पुलिस और किसनों के बीच काफी तेज़ झड़प हुई थी। यह वाकया तब का है जब किसान पंजाब से दिल्ली आ रहे थे और उन्हें रोकने का फैसला लिया गया था। यह झड़प कुछ दिनों तक चली थी। जिसमें बैरिकेडिंग, किसनों पर आंसू गैस और पानी की बौछार करने जैसी खबर सामने आई थी। इस घटना की वीडियो भी काफी वायरल हुई थी। काफी आलोचना के बाद केंद्र सरकार ने कृषि नियमों को किसानों के सामने रखने का फैसला लिया था। ताकि किसानों के मन में कृषि नियमों को लेकर गलत धारणा को खत्म किया जा सके। इसके अलावा प्रधानमंत्री खुद इस तरह के बड़े स्तर पर तैयार किए गए कार्यकर्म में अपनी मौजूदगी दे चुके हैं।
आपको बता दें मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर पहले भी इस बात को किसानों के समक्ष रख चुके हैं कि, एमएसपी नहीं हटाया जाएगा। इसके अलावा मुख्यमंत्री खट्टर किसानों से संवाद करके कृषि नियमों को लेकर स्तिथि स्पष्ट करना चाहते हैं।