छत्तीसगढ़ का रहना वाला लिवजोत पांचवीं कक्षा का छात्र है। लेकीन अब वो दसवीं कक्षा के बोर्ड की परीक्षा देने के लिए बिल्कुल तैयार है।
महज 11 साल की उम्र का लिवजोत छत्तीसगढ़ के माइल स्टोन स्कूल में पढ़ता है। यह पांचवीं कक्षा का विद्यार्थी है। लिवजोत का दिमाग़ इतना ज़्यादा तेज़ है की उसे इतनी कम उम्र में ही दसवीं कक्षा की परीक्षा देने की अनुमति मिल चुकी है।
लिवजोत के पिता गुरविंदर ने माध्यमिक शिक्षा मंडल के अध्यक्ष और सचिव के पास एप्लिकेशन डाली थी कि, लिवजोत का IQ 16-17 वर्ष के बच्चे से तेज़ है। इसके लिए उसे 10वीं की परीक्षा देने की अनुमति दी जाए।
आपको बता दें, छत्तीसगढ़ माशिमं में इस बात कि अनुमति है, यदि किसी बच्चे का IQ अपनी उम्र के हिसाब से ज़्यादा है तो वह बड़ी कक्षा की परीक्षा दे सकता है। इसके लिए पहले बच्चे की IQ लेवल की जांच की जाती है। रिपोर्ट की पुष्टि होने के बाद बच्चे को परीक्षा में प्रवेश की अनुमति दे दी जाती है। इसी प्रावधान के अनुसार, लिवजोत का पहले दुर्ग के शासकीय जिला अस्पताल में IQ लेवल की जांच करवाई गई। रिपोर्ट की पुष्टि की गई। लिवजोत की IQ लेवल की रिपोर्ट को माशिमं को जमा करवाई गई। जिसके बाद पांचवीं कक्षा के लिवजोत को 10 कक्षा के परीक्षा में प्रवेश की अनुमति दी गई।
आपको बता दें, लिवजोत के पिता गुरविंदर में अपने बेटे को 10वीं की परीक्षा दिलवाने के लिए अक्टूबर 2020 में अर्जी डाली थी। जिसके बाद फरवरी 2021 में मंजूरी मिल चुकी है। लिवजोत से बात करने पर, उसने कहा मैंने 10वीं की परीक्षा के लिए तैयारी शुरु कर दी है। मुझे बहुत खुशी हो रही है। अपने भविष्य के लक्ष्य के बारे में लिवजोत ने कहा मुझे बड़े होकर वैज्ञानिक बनना है।
जानकारी के लिए बता दें इससे पहले भी मणिपुर के 12 वर्ष के बच्चे को परीक्षा में उत्तीर्ण होने का अवसर प्राप्त हुआ था। इसके आलावा बिहार के 9 साल के बच्चे की IQ जांच के बाद उसे भी 10वीं की परीक्षा देने का यह सुनहरा अवसर प्राप्त हुआ था।