नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कोरोना संक्रमण के खतरे को लेकर किया बड़ा ऐलान। केजरीवाल का कहना है कि, कोटोना महामारी से लड़ने के लिए हमारी सरकार लगातार प्रयासरत है। सरकार संक्रमण से बचाव के लिए तीन स्तर पर काम कर रही है। दिल्ली में जिस तरह से कोरोना का खतरा बढ़ते जा रहा है ऐसे में कहीं बेड की कमी न हो जाए। यह चिंताजनक विषय बन गया है।
मुख्य्मंत्री अरविंद केजरीवाल का कहना है कि, कोरोना वायरस से बचाव के लिए जो भी जरूरी दिशानिर्देश दिए गए हैं, उन्हें जरूर फॉलो करें। अन्यथा स्तिथि हम सभी के हाथ से बाहर हो सकती है। नवंबर महीने तक कोरोना संक्रमण तकरीबन साढ़े आठ हजार के पीक पर था। लेकिन अब यह स्तिथि 10 हजार के पार पहुंच चुकी है। चिंता का विषय यह है कि, कहीं अस्पतालों में बेड की कमी न हो जाए। अगर अस्पतालों में बेड की कमी होती है तो, लॉकडाउन लगाने की संभावना बढ़ सकती है।
इसी के साथ केजरीवाल ने कहा कि, कोरोना से लड़ने के सभी प्रोटोकॉल्स को फॉलो करें। मास्क जरूर पहनें, सोशल डिस्टेंसिंग रखें, समय समय पर सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें, बहुत आवश्यक होने पर ही घर से बाहर निकलें। कोरोना की जानकारी के लिए बनाया गया ऐप सुचारू रूप से काम कर रहा है। इस पर अस्पतालों में बेड उपलब्ध होने की जानकार भी मिल जायेगी। तबियत बिगड़ने पर मरीज को तुरंत असपताल लेके जाएं। साथ ही उन्होंने बताया कि, कई लोग ऐसे हैं जो सीधे प्राइवेट अस्पतालों की तरफ भाग रहे हैं। तो उन लोगों को बताना चाहूंगा कि, सिर्फ प्राइवेट अस्पताल की ओर न भागें, सरकारी अस्पतालों में मरीजों के लिए अच्छी व्यवस्था करवाई गई है। जानकारी के लिए बता दें, प्राइवेट अस्पतालों के मुकाबले सरकारी अस्पतालों में बेड की संख्या ज्यादा रहती है।
केजरीवाल ने अपनी सूचना में यह भी कहा कि, अस्पताल तभी जाएं जब बहुत इमरजेंसी हो। नहीं तो घर पर ही आइसोलेशन करें। इससे गंभीर मरीजों के लिए बेड की कमी नहीं होगी और उनकी जान बचाई जा सकती है।
आपको बता दें, मुख्यमंत्री के कहे अनुसार दिल्ली में अगर अस्पतालों की स्थिति डगमगाती है तो ऐसे में लॉकडाउन लगाना पड़ सकता है। इसके अलावा केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से वैक्सीनेशन पर पाबंदियां हटाने को कहा है, वैक्सीनेशन की गति बढ़ाने से कोरोना का खतरा कम हो सकता है।
हालांकि एक खबर में पता चला है कि जिन डॉक्टरों को वैक्सीन लग चुकी हैं उन्हें भी कोरोना हो रहा है। इस बात पर मुख्यमंत्री केजरीवाल का कहना है कि, वैक्सीन लगने के बाद कोरोना संक्रमण का खतरा कम हो जाता है। अगर किसी को वैक्सीनेशन के बाद भी कोरोना होता है तो उसके सिम्पटम्स बहुत ही माइल्ड होंगे और जान को किसी तरह की हानी नहीं होगी।