उत्तराखंड के चमोली में गलसियर टूटने के कारण हुई भयंकर तबाही। कई इलाकों में हाई अलर्ट जारी। यूपी के बहुत से इलाकों में भी अलर्ट जारी कर दिया गया है। उत्तरप्रदेश के गाजीपुर, प्रयागराज, कन्नौज फतेहगढ़, बिजनौर, मिर्जापुर, कानपुर, गढ़मुक्तेश्वर के साथ वाराणसी में भी अलर्ट जारी कर दिया गया है। इस अलर्ट में गंगा नदी के पास के सभी इलाकों में सावधानी बरतने का आदेश दिया गया है।
उत्तराखंड के चमोली जिले में स्तिथ जोशीमठ के धौलीगंगा नदी में बाढ़ आ गई। इस आपदा से बचाने के लिए पुलिस प्रशासन और जिला प्रशासन, आपदा प्रबंधकों को सरकार द्वारा आदेश जारी कर दिए गए हैं। सरकार ने आम जन से अनुरोध किया है कि, अफवाहों पर ध्यान न दें। आपदा प्रबंधन के लिए सभी बचाव कार्य जारी हैं। एसडीआरएफ समेत लोकल बचाव और राहत कर्मचारी अपने कार्यों में जुट गए हैं।
गृह मंत्रालय ने पीड़ित क्षेत्र पर अपनी नज़र जमाई हुई हैं। इसके अलावा आईटीबीपी की टीम भी गृह मंत्रालय के सम्पर्क में लगातार बनी हुई है। मदन कौशिक कैबिनेट मिनिस्टर ने आपदा वाले क्षेत्र में फंसे हुए लोगों के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किया है। कैबिनेट मंत्री ने कहा, जो भी लोग आपदा के क्षेत्रों में फंसे हैं, वो सहायता के लिए 1070 पर सम्पर्क करें। या फिर 9557444486 पर भी सम्पर्क कर सकते हैं। लोगों को बिना देरी के मदद करने के लिए हमारी टीम तैयार है। साथ ही उन्होंने कहा कृपया कर के पुरानी वीडियो को शेयर न करें, अफवाह न फैलाएं तथा अफवाह पर विश्वाश न करें।
आईटीबीपी द्वारा बचाव एवं राहत कार्य के लिए कई जवानों की टीम भेजी गई है। इसके अलावा पहले भी तकरीबन 200 से ज़्यादा जवानों को प्रभावित क्षेत्र की ओर भेज दिया गया था, ताकि ब्रिज का काम भी जल्द से जल्द पूरा किया जा सके।
एसडीएम कुमकुम जोशी ने बताया की, जोशीमठ में ग्लेसियर टूट जाने से भारी नुकसान पहुंचा है। ऋषि गंगा और एनटीपीसी का पूरा प्रोजेक्ट तहस – महस हो चुका है। नदी मलबे में बदल गई है। जो कि धीरे-धीरे बेह रही है। नदी के आस पास के लोगों को भारी नुकसान हुआ है। हालांकि कितने लोग गुम हो गए या बह गए हैं अभी तक यह कह पाना मुश्किल है। चमोली कि नदियों के अस पास स्तिथ लोगों के घर बर्बाद हो चुके है। आस पास के लोगों को चोट आने की खबर सामने आई है।
उत्तराखंड में तबाही के कारण बाढ़ का पानी आस पास के इलाकों में पहुंचने की संभावना है। इससे बचाव के लिए ऋषिकेश, हरिद्वार, श्रीनगर समेत कई इलाकों में हाई अलर्ट जारी किया गया है। इसके अलावा, एनडीआरएफ, एसडीआरजी और आईटीबीपी की टीम मौके पर मौजूद है। रात भर रेस्क्यू टीम आपदा प्रभावित क्षेत्र पर मौजूद रहेगी।
रेस्क्यू टीम आपदा में फंसे लोगों को बचाने के कार्य में जुटी हुई है। अनुमान लगाया जा रहा है कि गुमशुदा लोगों की संख्या 150 के आस पास है। हालांकि यह संख्या घट भी सकती है और बढ़ भी सकती है। क्योंकि अभी तक खोए हुए लोगों का मुआयना सही तरह से नहीं किया गया है। बचाव के लिए पहुंचे लोगों का सबसे पहला काम ज़्यादा से ज़्यादा लोगों को सुरक्षित करना है।