बिहार में बाढ़ से डूबे 1000 गांव।

Bihar Flood

बिहार में बाढ़ से मची तबाही। मॉनसून से बढ़ा बाढ़ का संकट और ज़्यादा तबाही की आशंका।

बिहार, असम, बंगाल के साथ कई राज्यों में बाढ़ से मचा हाहाकर। बुधवार को बिहार में बाढ़ के कारण 6 लोगों की मौत हो गई और 55 लाख से ज़्यादा लोग प्रभावित हुए हैं। आपदा विभाग के द्वारा मिली सूचना के आधार पर बताया जा रहा है कि दरभंगा जिले में बाढ़ से 3 ओर लोगों की मौत हो गई। इसी के साथ मारने वालों की संख्या बढ़ कर 10 हो गई है। बिहार के 1000 गांव बाढ़ के संकट से क्षतिग्रस्त हुए हैं।

बिहार में बाढ़ के कारण गंगा, रातो, मरहा, मनुसमारा, कदाने, तिलावे, मसान, कोसी, करेह इत्यादि नदियों का जलस्तर बढ़ गया है। बागमती नदी मुजफ्फरपुर और दरभंगा में, बूढ़ी गंडक नदी मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर एवं खगड़िया में, कमला बलान नदी मधुबनी में, भागलपुर में गंगा नदी, सीतामढ़ी में अधवारा नदी, दरभंगा में खिरोई और पूर्णिया में महानदी, मंगलवार को खतरे के निशान से ऊपर पहुँच चुकी हैं। इसकी जानकारी जल संसाधन विभाग द्वारा दी गई। हालांकि बताया जा रहा है कि तटबंधों को कोई खतरा नहीं।

बिहार प्रदेश के 12 जिले बाढ़ से प्रभावित हुए हैं जिनमें से मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, सुपौल, शिवहर, सीतामढ़ी, पूर्वी चंपारण, पश्चिम चंपारण, समस्तीपुर, के 102 प्रखंडों के 38,47,531 आबादी बाढ़ आपदा से प्रभावित हुए हैं। 3,09,511 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। बाढ़ से प्रभावित लोगों के लिए राहत कार्य चलाए गए हैं एन डी आर एफ और एस डी आर एफ की कुल 26 टीम बनाई गई है। बाढ़ से प्रभावित लोगों को खाना मुहैया करवाने के लिए लगभग 980 सामुदायिक रसोई की व्यवस्था सुनिश्चित कराई गई है।