MDH ग्रुप के मालिक महाशय धर्मपाल गुलाटी का हुआ निधन। 98 वर्ष की आयु में ली अंतिम सांस। कई दिनों से अस्पताल में थे भर्ती। अपनी मेहनत से बने थे इतने बड़े ओर सम्माननीय व्यापारी।
MDH ग्रुप के मालिक महाशय धर्मपाल गुलाटी का 98 वर्ष की आयु में निधन हो गया है। महाशय धर्मपाल गुलाटी कई दिनों से तबियत नाजुक होने के कारण माता चन्नन देवी अस्पताल भर्ती थे। आज गुरुवार के दिन सुबह उन्होंने अस्पताल में अंतिम सांस ली।
महाशय धर्मपाल गुलाटी का जन्म 27 मार्च 1923 में सियालकोट में हुआ था। जो कि अभी पाकिस्तान में स्तिथ है। बहुत कम उम्र में ही महाशय धर्मपाल ने पढ़ाई छोड़ कर पिता के साथ काम में हाथ बटाने लगे थे। पिता की मदद से उन्होंने छोटा मोटा व्यापार करने का सोचा और बढ़ई, साबुन, आदि जैसे काम करने शुरू कर दिए। हालांकि इसमें उनको कुछ खास सफलता नहीं मिली। गौरतलब है उस वक्त उनकी उम्र तकरीबन 9-10 ही थी।
इसके बाद भारत पाकिस्तान के बंटवारे के बाद महाशय धर्मपाल गुलाटी दिल्ली आ गए। 27 सितंबर 1947 की तारीख में उनके पास 1500 रुपए थे। जिससे उन्होंने एक तांगा खरीदा। तांगा चला कर अपना गुजर बसर करने लगे फिर कुछ दिनों बाद तांगा उन्होंने अपने भाई को से दिया। महाशय धर्मपाल गुलाटी ने अजमल खां रोड पर एक छोटी सी दुकान खोलकर मसाले बेचने लगे और यहीं से शुरू हुआ MDH मसालों के व्यापारी बनने का सफर। एक छोटी सी दुकान से उन्होंने एक बड़ा मकाम हासिल किया।
महाशय धर्मपाल गुलाटी ने व्यापारियों में पूरे सम्मान के साथ अपना नाम तो बनाया ही। साथ ही कई ऐसे नेक काम भी किए जिससे जरूरतमंद लोगों का भी भला हो सके। धरमापली गुलाटी ने कई स्कूल और अस्पताल भी बनवाए। अभी तक तकरीबन 20 स्कूल खुलवा चुके हैं महाशय धर्मपाल गुलाटी।
आज उनके निधन पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपना दुख जाहिर किया। इसके अलावा रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने शोक जाहिर करते हुए कहा, “भारत के प्रतिष्ठित कारोबारियों में से एक महाशय धर्मपाल गुलाटी भी हैं। इनके निधन की खबर सुनकर मुझे काफी दुख हुआ। इन्होंने अपनी मेहनत से एक छोटे से दुकान से अपना सफ़र शुरू कर इतना बड़ा कारोबार खड़ा किया। इतना ही नहीं, यह सामाजिक कार्यक्रमों में भी काफी सक्रिय रहते थे। मैं उनके परिवार को अपनी संवेदना प्रकट करता हूं।”
इसके अलावा गृहमंत्री अमित शाह ने महाशय धर्मपाल गुलाटी के निधन पर अपना दुख जताते हुए कहा, “महाशय धर्मपाल गुलाटी जी संघर्ष के अद्भुत प्रतीक हैं। साधारण व्यक्तित्व के धनी थे। प्रभु इनकी दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें और परिवार वालों को दुख सेहने की शक्ति दें।”