भारत का पहला वन डे मैच, भारत को मिली 66 रन से हार। गेंदबाजी काफी अच्छी रही लेकिन लक्ष्य तक नहीं पहुंच पाए।
पहले वन डे मैच के दौरान भारतीय टीम के हाथ लगी हार। ऐसा कहा जा सकता है की टीम को “एम एस धोनी” की कमी बहुत खली होगी।
वेस्ट इंडीज के शानदार बल्लेबाज माइकल होल्डिंग का कहना है, भारतीय टीम में बल्लेबाजों की बिल्कुल भी कमी नहीं है, लेकिन फिर भी अपने लक्ष्य का पीछा करते हुए और अपने रवैये के लिए पहचाने जाने वाले “महेंद्र सिंह धोनी” की कमी महसूस हो रही है। इसके अलावा होल्डिंग ने कहा, ऑस्ट्रेलिया ने पहले वन डे मैच में भारत को पूरे 66 रन से हरा दिया। भारतीय टीम के लिए अपने लक्ष्य का पीछा करना थोड़ा कठिन रहा। हालांकि धोनी के रहते हुए भारतीय टीम अपने लक्ष्य को पूरा करने के लिए बखूबी से प्रस्तुत होती थी। अमूमन धोनी नीचे से हाफ में मैदान में उतरते थे और अपने लक्ष्य की और ध्यान केंद्रित करते हुए संतुलन बना लिया करते थे।
होल्डिंग का मानना है कि, भारतीय टीम में एक से बढ़कर एक बल्लेबाज हैं। जिन्होंने काफी शानदार तरीके से अपने आप को मैदान में प्रस्तुत किया। लेकिन खेल में कौशल के साथ ही रवैये का भी बहुत असर पड़ता है। धोनी के होने से भारतीय टीम आत्मविश्वास से पूर्ण रहती थी। इसके अलावा, धोनी कभी भी टॉस से घबराते नहीं थे, क्योंकि उन्हें अपने कौशल पर अपने आप पर पूर्ण रूप से भरोसा रहता था। वो कभी भी मैदान में घबराते नहीं थे।
होल्डिंग ने भारतीय टीम की आलोचना करते हुए कहा, ” भारतीय टीम की फील्डिंग बहुत ही औसत थी।”