राम प्रसाद बिस्मिल के जन्म दिवस पर जाने किन किन लोगो ने किया उन्हें याद।

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राम प्रसाद बिस्मिल के जन्म दिवस पर जाने किन किन लोगो ने किया उन्हें याद।

राम प्रसाद बिस्मिल भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में भाग लेने वाले प्रमुख क्रांतिकरियों में से एक थे। वह काकोरी काण्ड 1925 और मैनपुरी षड्यन्त्र 1918 जैसी घटनाओँ में शामिल थे। वह हिन्दुस्तान रिपब्लिकन ऐसोसिएशन के सक्रीय सदस्यों में से एक थे। उनका जन्म 11 जून 1897 को गोरखपुर में हुआ था। 19 दिसंबर 1927 को राम प्रसाद बिस्मिल को 30 वर्ष की उम्र में ब्रिटिश सरकार के शाषणकाल में फांसी दे दी गयी थी।

आज उनके जन्मदिवस पर देश के लोगो के साथ साथ कई हस्तियों ने उन्हें याद किया और अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किये।

देश के गृहमंत्री अमित शाह ने ट्वीट किया कि “राम प्रसाद बिस्मिल जी के शौर्य, संघर्ष और राष्ट्रभक्ति को शब्दों में वर्णित करना सहज नहीं है। उन्होंने अपने कार्यों, कविताओं और साहस से स्वतंत्रता आंदोलन को एक नयी शक्ति प्रदान की। अपने त्याग व राष्ट्र समर्पित जीवन के लिए वो युगों-युगों तक याद किये जायेंगे। उन्हें कोटि-कोटि वंदन”

उत्तर परेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने ट्वीट में लिखा कि “माँ भारती के अमर सपूत, स्वाधीनता संघर्ष की पुनीत वेदी पर अपने प्राणों की आहुति देने वाले, काकोरी कांड के नायक अमर शहीद पं. राम प्रसाद बिस्मिल जी की जयंती पर उन्हें कोटिशः नमन। आप का त्यागमय जीवन हम सभी को ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत-समावेशी भारत’ बनाने की प्रेरणा प्रदान करता है।”

नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह ने ट्वीट किया “भारत की स्वतंत्रता की राह पर अपनी जान न्योछावर करने वाले महानायक श्री रामप्रसाद बिस्मिल जी की जयंती पर उन्हें शत शत नमन। जय हिंद।”

राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने लिखा कि भारत की आजादी के लिए संघर्ष करने वाले बहादुर नेताओं में से एक में से एक राम प्रसाद बिस्मिल को उनकी जयंती पर विनम्र श्रद्धांजलि। वे एक कवि और लेखक भी थे, जिन्होंने मातृभूमि की स्वतंत्रता के लिए अपना बलिदान दिया। उनकी वीरता और उद्देश्य की ताकत हमेशा एक प्रेरणा होगी।

त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब ने ट्वीट किया कि “भारत के संघर्ष के महान क्रांतिकारी नेता और स्वतंत्रता सेनानी राम प्रसाद बिस्मिल को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि। वह एक बहादुर देशभक्त थे जिन्होंने मातृभूमि की स्वतंत्रता के लिए अपना बलिदान दिया।

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