एक बार फिर भूकंप ने किया लोगों को परेशान। असम के साथ साथ पूर्वोत्तर के कई राज्यों में महसूस किए गए भूकंप के तीव्र झटके। बुधवार की सुबह भूकंप के एक नहीं बल्कि तीन झटके महसूस किए गए। पहला झटका 6.4 की तीव्रता से आया था। इसके बाद भूकम्प के दो और झटके आए जिनकी तीव्रता 4.3 और 4.4 के करीब रही। इन झटकों के कारण लोगों में डर का माहौल कायम हो गया है।
भूकम्प का पहला झटका सुबह 7 बज कर 51 मिनट के आस पास मेहसूसी किया गया था। इसके बाद भूकम्प के दो आफ्टरशॉक भी महसूस किए गए। असम के कई जगहों पर इमारतों पर दरार भी पड़ गई। इन झटकों का सबसे ज्यादा असर गुवाहाटी में दिखा। कई इमारतों पर गहरे दराद पड़ गए हैं। हालांकि भूकंप के तीन लगातार झटकों के बाद अब तक किसी के जान माल जाने की खबर नहीं आई है।
उत्तर बंगाल में यह झटका तकरीबन 30 सेकंड तक महसूस किया गया। इमारते ऐसे हिल रही थी मानो जैसे कोई टेबल हाथ से हिला रहा हो।
भूकम्प के इन झटकों के कारण गुवाहाटी में भारी नुकसान हुआ है। कई खिड़कियां टूट कई, इमारतों में दरार आ गई। लोग अपने घरों से बाहर निकल आए थे।
अप्रैल माह की शुरुआत में ही दो बार भूकंप के झटके महसूस किए जा चुके हैं। आज अप्रैल माह में यह तीसरी बार है जब यह झटके महसूस किए गए हैं। पश्चिम बंगाल, मेघालय, नागालैंड, अरुणाचल प्रदेश आदि इलाकों में यह झटके महसूस किए गए थे।
बता दें कि, दस साल पहले भी 2011 में सिक्किम में भूकम्प का ऐसा ही झटका महसूस किया गया था। उसकी तीव्रता 6.9 रिक्टर स्केल थी। इस झटके का असर सिर्फ बंगाल में ही नहीं बल्कि नेपाल, भूटान, और बांग्लादेश में भी देखने को मिला था। तकरीबन 100 से ज्यादा लोगों की जान जाने की खबर भी आई थी। आज के इस भूकम्प के झटके ने सिक्किम में आए आपदा की याद दिला दी। हालांकि असम में आए इस भूकम्प के झटके में किसी के जान जाने की खबर नहीं आई है।
इस खबर के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्विट के जरीए, असम के मुख्य्मंत्री सर्बानंद सोनावाल को असम के नागरिकों की अच्छी सेहत की कमना करते हुए कहा कि केंद्र से जो भी संभव, मदद प्रदान कि जाएगी।