भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (FSSAI) ने 21 सितंबर, मंगलवार को देश में शाकाहारी उत्पादों की पहचान के लिए एक नया लोगो पेश किया है। यह लोगो हरे रंग का है, बीच में एक वी खुदा हुआ है और ऊपर एक छोटा पौधा बना हुआ है। साथ ही नीचे वेगन लिखा है। एफएसएसएआई ने सूचित किया है, डिजाइन ऐसा है, कि यह शाकाहारी और मांसाहारी उत्पादों के लिए वर्तमान लोगो (जिसमें एक वर्ग के बीच में एक बिंदु है) के साथ प्रतिध्वनित होता है।
खाद्य नियामक के पास पहले से ही शाकाहारी और मांसाहारी उत्पादों के लिए अलग-अलग लोगो हैं, जो क्रमशः हरे और भूरे रंग में डॉट्स हैं।
एफएसएसएआई के सीईओ अरुण सिंघल ने एएनआई न्यूज़ एजेंसी को लोगो लॉन्च करते हुए बताया कि, “पहले, हमारे शाकाहारी खाद्य पदार्थों के लिए हरा बिंदु और मांसाहारी भोजन के लिए भूरा बिंदु के लोगो थे। अभी मगंलवावर के दिन fssai ने शाकाहारी के लिए नया लोगो पेश किया है। हमारे पास शाकाहार की ओर बढ़ता हुआ एक आंदोलन है, इसलिए, हम एक शाकाहारी लोगो लेकर आए हैं।”
शाकाहार एक जीवन शैली है जिसमें उपभोक्ता दूध सहित सभी रूपों में पशु उत्पादों का उपयोग करने से परहेज करते हैं। भारत में पिछले कुछ समय से आंदोलन तेज हो रहा है और कई कंपनियां पौधे आधारित मांस, पौधे आधारित पेय जैसे उत्पाद लॉन्च कर रही हैं। गुडडॉट, अर्बन प्लाटर, रॉ प्रेसरी, एपिगैमिया, अहिंसा फूड, वेजिटा गोल्ड और वेजिटिन कुछ ऐसी कंपनियां हैं जो इस सेगमेंट में काम करती हैं।
लोगो को माउंट कारमेल कॉलेज, बैंगलोर के कृति मनीष राठौर द्वारा बनाया गया है, जो संगीता पांडे के मार्गदर्शन में खाद्य विज्ञान और पोषण में परास्नातक कर रहे हैं।