कोरोना संक्रमित लोगों में फेफड़ों कि समस्या काफी गंभीर होती है। डॉक्टरों द्वारा इस बात को लेकर चिंता जाहिर की गई थी कि, जो लोग कोरोना संक्रमित है, उन्हें लंबे समय तक क्षतिग्रस्त फेफड़ों के साथ रहना पड़ सकता है। लेकिन हाल हीं के एक स्टडी में यह पता चला है कि कोरोना संक्रमित गंभीर मरीजों में फेफड़ों कि समस्या खुद ही कुछ वक़्त में ठीक हो जाती है।
आपको बता दें ब्रिटिश टेलीग्राफ की एक रिपोर्ट के अनुसार लगभग 3 महीने में कोरोना संक्रमित मरीजों के फेफड़े खुद ही दुरूस्त हो जाएंगे। इस खबर से लोगों में काफी राहत की उम्मीद देखने को मिली है। एक ट्रायल के दौरान इस बात का पता लगाया गया कि आधे कोरोना संक्रमित मरीजों में 12 हफ्ते में फेफड़ों कि मरम्मत हो गई। हालांकि यह पहली स्टडी है जिसमें कोरोना मरीजों के ठीक होने की बात कही गई है। इसके अलावा डॉक्टरों का ऐसा मानना है कोरोना से क्षतिग्ररस्त मरीजों को ठीक होने बाद भी काफी समय तक साइड इफेक्ट्स का सामना करना पड़ सकता है।
इस स्टडी के दौरान ऑस्ट्रिया के तकरीबन 85 लोगों की जांच की गई थी, इन लोगों की जांच रिकवरी के 6ठे और 12वें हफ्ते बाद की गई थी। इसमें 6ठें हफ्ते में 88 फीसदी मरीजों में फेफड़ों को नुक्सान पहुंचा है, वहीं दूसरी तरफ 12वें हफ्ते में यह आंकड़ा घटकर लगभग 55 फीसदी हो गया है। इस स्टडी में लोगों की औसत उम्र 60 थी। इसके अलावा 20 फीसदी मरीज ऐसे थे जिन्हें आईसीयू में भर्ती किया गया था।